
सुबह का वक्त
सृजित की आँखें अपनी आदत के अनुसार जल्दी खुल गई । लेकिन रात को लेट सोने के कारण वह अपनी आँखें नहीं खोल पा रहा था । और उसे अपने ऊपर किसी का भार महसूस हो रहा था खास कर अपने पैरों , चेस्ट और गर्दन पर ।


सुबह का वक्त
सृजित की आँखें अपनी आदत के अनुसार जल्दी खुल गई । लेकिन रात को लेट सोने के कारण वह अपनी आँखें नहीं खोल पा रहा था । और उसे अपने ऊपर किसी का भार महसूस हो रहा था खास कर अपने पैरों , चेस्ट और गर्दन पर ।

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